procastination क्या होता है ? | What is procastination?

 Procastination kya hota hai ?


What is procastination?


आज हम यहाँ पर डिस्कस करने वाले  हैं की प्रोकास्टिनेशन क्या होता है, इसके नुक्सान क्या क्या हैं और इसे हम कैसे दूर कर सकते हैं। 


तोह फिर चलिए शुरू करते हैं। 


प्रोकास्टीनशन क्या होता है ?


प्रोकास्टिनेशन का हिंदी मैं मतलब है "टालना "  मतलब किसी भी काम को टालते जाना को अंग्रेजी मैं प्रोकास्टिनेशन कहते हैं। चलिए इसे हम एक एक्साम्पल से समझते हैं। 

सोचिये अपने कोई काम करने का तय किया है। अपने सुबह सोचा था की मैं इस काम को दोपहर मैं ख़त्म करूँगा। लेकिन जब काम करने का वक़्त आया तब आप खुदको कोई बहाना देदिया और बोला की मैं इस काम को अभी नहीं करूँगा वल्कि रात को करूँगा। 


लेकीन जब फिरसे करने का वक़्त आया तब आपने खुदको फिरसे यही वजह देदिया और फिर से काम को किसी ना किसी वजह से बाद मैं करने केलिए टाल दिया। 

इसीको प्रोकास्टिनेशन कहते हैं। और यह सबके साथ होता है हम सोचते तोह हैं की इस काम को अभी करेंगे लेकिन जब करने का वक़्त आता है तब हम मुकर जाते हैं। 


मैं आसा करता हूँ की आपको प्रोकास्टिनेशन क्या होता है यह समझ मैं आगया होगा। 

चलिए अब हम यह डिस्कस करते हैं की इसकी वजह से हमें किन किन दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। 


प्रोकास्टीनशन से क्या नुकसान होता है ?

अब हम यहाँ पर डिस्कस करने वाले हैं की प्रोकास्टिनेशन से कौनसे कौनसे समस्याएं होती हैं। 

1 ) देखिये सबसे पहली समस्या तोह यह होता है की जो हम काम करने का सोचे होते हैं वह काम रह जाता है। 

2 ) दूसरा समस्या यह होता है की जब दिन ख़त्म होता है और हमें यह रिएलाइज होता है की हमसे यह काम रह गया है तब हमें बोहत बुरा लगता है और फिर कोई भी काम करने का मन नहीं करता है। 

3 ) तीसरा समस्या यह होता है की हमारे ऊपर काम का प्रेशर बढ़ता जाता है और इसीके साथ साथ हमारे ऊपर स्ट्रेस भी बढ़ता जाता है। 

यह कुछ नुकसान हैं जो की हमारे काम टालने की वजह से होता है। 



प्रोकास्टीनशन को कैसे दूर कर सकते हैं ?


हमने यह तोह जनलिया की प्रोकास्टिनेशन क्या होता है और इससे कौनसे कौनसे नुकसान होते हैं। 

अब हम यह डिस्कस करेंगे की हम प्रोकास्टिनेशन को कैसे ख़त्म कर सकते हैं। 


1 ) अपनी समय सिमा निर्धारित करें -

जब भी आप कोई काम करने केलिए तय करते हैं तोह फिर उसके साथ आप यह भी तय करें की आपको उसे कितने टाइम से पहले और कितने टाइम मैं ख़त्म करना है। 

इससे आपका उस काम को  ख़त्म करने का प्रोबाबिलिटी पढ़ जाता है और अभी ज्यादा चांस है की आप उस काम को ख़त्म करोगे। 


2 ) रीवर्ड्स दें -

दूसरा चीज़ यह है की जब आप उस काम को ख़त्म कर लोगे तोह फिर आप खुदको कोई ना कोई रिवॉर्ड दीजिये ताकि अगली बार आप जब कोई काम करने बैठें तब आप पुरे मनसे काम करें क्यूंकि आपको पता होगा की यह काम को ख़त्म करने के बाद आपको रिवॉर्ड मिलने वाला है। 


आसा करता हूँ की आपको आज का आर्टिकल अच्छा लगा होगा। आपको कैसा लगा निचे कमेंट करके जरूर बताइये गा। और अगर आपका कोई डाउट रह गया है तोह फिर आप निचे कमेंट कर सकते हो। 



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