discussion start...
जब भी हम किसीकी मदत करते हैं तोह फिर हमें ना केबल बहार से वल्कि अंदर से भी महसूस होता है, आपका मन पबित्र और स्वेच्छा होजाता है, और यही feeling हिन् हमें और अच्छा काम करने केलिए मोटीवेट करता है।
आप देखना जब भी हम किसीकी भी मदत करते हैं तब हमें लोगों से appreciate मिलती है और इसे दोनों का फायदा होता है अपने जिसको मदत किया उसका और आपका भी।
यह बात बोहत जरुरी है की आप अगर किसीका मदत नहीं कर सकते तोह फिर उसे तकलीफ मैं भी मत डालिये। क्यूंकि आपका कोइ हक़ नहीं बनता किसीको मुसीबत मैं डालना।
अगर आपको कोई ऐसा इंसान मिल जाता है जो की मुश्किल मैं फसा हुआ है तोह फिर या तोह आप उसकी थोड़ी सी मदत कर दें या फिर आप अपने रास्ते निकल जाइये, लेकिन वहां पर रहकर उसे और तकलीफ मैं नहीं डालिये।
अगर आपसे उसका मदत होपाता है तोह ठीक है नहीं तोह आप अपने रास्ते निकल जाइये।
conclusion
असा करता हूँ आपको कुछ नया जरूर सिखने को मिला होगा और कुछ नया जानने को भी मिला होगा, इसी तरीकेके और भी नया चीज़ जानने केलिए हमारे साथ जुड़े रहिये।
अगर आपको किसी नए बिसय आर्टिकल चाहिए तोह फिर आप हमें निचे कमेंट करके बता सकते हैं।
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