kisi cheez main apna atmabiswas kaise badhayen ?
आज हम यहाँ पर डिस्कस करने वाले हैं की आत्मबिस्वास का मतलब क्या होता है और हम अपनी आत्मबिस्वास को कैसे बढ़ा सकते हैं ।
दोस्तों इससे पहले की हम इस टॉपिक को शुरू करें उससे पहले कुछ चीज़ें डिस्कस करते हैं । दोस्तों जिंदेगी मैं आत्मबिस्वास बोहत हिन ज्यादा जरूरी होता है । क्यूंकी इसिकी वजह से आप जिंदेगी मैं जो भी करना चाहते हो वो कर पाते हो ।
सोचिए अगर आपका खुदके ऊपर से यह भरोषा उठ जाए की मैं यह काम नहीं कर सकता हूँ तो फिर क्या आप उस काम को सफलता पुरबक कर सकते हैं, बिलकुल नहीं । इसीलिए जीवन मैं खुदके ऊपर बिस्वास यानिकी आत्मबिस्वास होना बोहट हिन ज्यादा जरूरी होता है ।
चलिये अब हम अपनी टॉपिक को डिस्कस करते हैं ।
आत्मबिस्वास क्या होता है ?
आत्मबिस्वास का सिम्पल सा यह मतलब होता है खुदके ऊपर भरोषा करना । यानिकी अपने ऊपर भरोषा रखना, इसिको आत्मबिस्वास कहते हैं । और आपको जिंदेगी मैं कोई भी काम को करना है तब आपको आत्मबिस्वास की बोहट ज्यादा जरूरत होती है ।
क्यूंकी आप किसी और के ऊपर इतना भरोषा नहीं कर सकते हो जितना आप खुदके साथ भरोषा कर सकते हो । इसीलिए जिंदेगी मैं आत्मबिस्वास बोहट ज्यादा जरूरी होता है ।
जिंदेगी मैं आत्मबिस्वास कितना जरूरी है ?
जैसेकी हमने पहले भी बात किया है जिंदेगी मैं आत्मबिस्वास बोहट ज्यादा जरूरी होता है । क्यूंकी आप किसी दूसरे इंसान को इतना भरोषा नहीं कर सकते हो जितना आप खुदकों भरोषा कर सकते हो ।
और किसी और के ऊपर आपका इतना कंट्रोल नहीं होसकता जितना आपका खुदके ऊपर कंट्रोल होसकता है । इसीलिए हमेशा खुदके ऊपर भरोषा रखिए और जिंदेगी मैं आगे बढ़िए ।
अब चलिये हम थोड़ा यह डिस्कस करते हैं की आप अपनी आत्मबिस्वास को कसी तरीकेसे बढ़ा सकते हो ।
आत्मबिस्वास कैसे बढ़ाएँ ?
दोस्तों हमने यह तो जनलिया है की जिंदेगी मैं आत्मबिस्वास कितना जरूरी है लेकिन अब हम यहाँ पर बात करने वाले हैं की आप अपने जिंदेगी मैं आत्मबिस्वास को किस तरीकेसे बढ़ा सकते हो ।
दोस्तों आत्मबिस्वास को बढ़नेका सिर्फ एक हिन तरीका है और वो है सेल्फ ग्रोथ से । आपको जिस चीज़ मैं कॉन्फ़िडेंस नहीं आता है आपको उसी चीज़ मैं मेहनत करना होगा और बोहट ज्यादा प्रकटिस करना होगा और धीरे धीरे करके आप फिर उस चीज़ मैं इम्प्रोव होजाओगे ।
मैं आसा करता हूँ की आपको आज का यह आर्टिक्ल अच्छा लगा होगा ।
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