हनुमान जी से 7 सर्बश्रेष्ठ जीवन के पाठ
1)निरहंकार
हनुमान जी इतने शक्तिशाली और बलबन होनेके बावजूत वो हमेशा निरब और निरहंकारी रहते हैं। यह सबसे बड़ी हम उनसे सिख सकते हैं।
आप जिंदगी मैं कितने भी सफलता क्यों ना हासिल करलें , लेकिन कभीभी अपने सफलताओं का घमंड मत कीजियेगा।
2)बड़ा लक्ष्य
हमेशा जिंदगी बड़ा लक्ष्य रखिये गा , हनुमान जी बचपन से हिन् बड़ा लक्ष्य रखते थे। आपको उनकी बचपन की कहानी याद है , जब उन्हने सूरज (sun ) को आम समझ कर उसे खाने केलिए चले गयेथे।
और जब माता सीता को ढूंढ़ने केलिए उन्हें लंका जनाथा तब उन्हने इतनी बिशाल समुद्र को पार करके चले गए।
कभीभी उन्हने खुदपर संदेह (doubt ) नहीं किया, इससे हमें ये सिख मिलती है कभीभी खुदपर संदेह नहीं करना चाहिए और हमेशा जीवन मैं बड़ा लक्ष्य रखिये।
3)सम्मान
चाहें कोई उनसे ज्यादा बलबन हो या फिर कम हनुमान जी कभीभी किसीको असम्मान नहीं करते थे।
हमेशा सबको सम्मान देते थे , और सम्मान की नजर से देखते थे।
यह एक बोहत बड़ा गुण है जो हमें भी उनसे सीखना चाहिए कभीभी अपनेसे निचे जो लोग हैं , या फिर आपके निचे जो कर्मचारी (employee ) हमेशा उन्हें सम्मान दीजियेगा।
4)फोकस
हनुमान जी हमेशा अपने काम को लेकर फोकस थे वह कभीभी किसीभी चीज़ से अपने ध्यान को भटकने नहीं देते हैं। अपने लक्ष्य को लेकर वो इतना फोकस रहते थे की अपनी लक्ष्य के अलावा उन्हें और कुछ दीखता हिन् नहीं था।
लेकिन आज कल हम हर छोटी छोटी चीज़ों से डिस्ट्रक्ट हो जाते हैं , हम बोहत जल्दी अपना फोकस खो देते हैं। हमें अपने ध्यान को केंद्रित करना सीखना होगा।
5)जिम्मेदारी
हनुमान जी कभीभी अपने जिम्मेदारियों से हटते नहीं वो खुदकी और और दूसरों की जिम्मेदारियां खुद लेतेथे।
हमें भी खुदकी और अपनी फॅमिली की जिम्मेदारी खुद लेना है।
6)निडर
चाहे उनके सामने कोई राक्षस अये या फिर परबत वो कभीभी चीज़ से घबराते नहीं थे हमेशा निडर रहते थे , यह quality हमें भी अपनी जीवन मैं अपनानी चाहिए।
7)मेहनती
हनुमान जी बोहत मेहनती थे , वो कभीभी अपने काम की वजह से थकते नहीं थे। और आज कल हमें थोड़ा काम करनेके बाद ब्रेक चाहिए होता है।
हनुमान जी की यह 7 quality आपको कैसी लगी निचे कमेंट करके जरूर बताये।
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