problem
काफी बार ऐसा होता है की हम अपनी असफलताओं का वजह किसी और को दे देते हैं , हम कोई न कोई बहाना बना देते हैं और परिस्थितियों से भागने की कोशिस करते हैं।
अगर कोई स्टूडेंट है जो परीक्ष्य मैं अच्छे नंबर नहीं ला पाया , तो फिर वह उसका वजह किसी और के ऊपर दे देता है। वो बताता है की मैं अच्छे नंबर नहीं ला पाया क्यों की हमारे टीचर ने ठीक से नहीं पढ़ाया।
या फिर अगर कोई इंसान किसी चीज़ को कर नहीं पाया तोह वह बहाना मारता है की मेरे पास तो यह नहीं था इसीसलिए मैं यह कर नहीं पाया , या फिर मेने ये चीज़ इसीसलिए हासिल नहीं कर पाया क्यूंकि मेरे पास यह नहीं था।
हम अपनी नाकामियों का ब्लामे किसी और के ऊपर देते हैं।
हम कभीबी कोई भी चीज़ का रिस्पांसिबिलिटी खुदके ऊपर नहीं लेते हैं।
consequences
अब जानते हैं की इसकी वजह से हमरी जिंदगी मैं क्या असर पड़ता है ,
- हम हर बार अपनी गलतियों भागते भागते रहते हैं।
- हम हर छोटी छोटी चीज़ों मैं झूट बोलते रहते हैं।
- हम कोई भी काम मैं सफलता हासिल नहीं कर पाते हैं।
solution
अभी हमने प्रॉब्लम के बारेमें तो बात कर लिया है अब जानते हैं की इसका समाधान क्या है ,
1 )आपको अपनी और अपनी फॅमिली की रिस्पांसिबिलिटी खुद लेनी पड़ेगी।
2 )अगर आपसे कोई गलती होती है तो अपनी गलती को स्वीकार कर लीजिये।
3 )कभीभी गलती करनेसे मत डरिये।
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