आपकी लाइफ अलग है।

आपकी लाइफ अलग है। 


आपकी लाइफ अलग है आपके रहना का तरीका अलग है सोचनेका तरीका अलग है चीजों को समझनेका भी तरीका अलग है तोह फिर आप किसी और से खुदको क्यों compare कर रहे हो । 

आप अपनी जिन्देगि को किसी और के साथ तुलना मत करो इससे आपको केबल दुख हैं मिलेगा और कुकह नहीं ।

 कभी आपने सोचा की आप हमेशा क्यों दूसरों से खुदको compare करते रहते हो क्योंकि आपका दिमाग आपसे ऐसा करवाता है । 

और कहीं न कहीं आपने अपने दुमग को ऐसा ट्रैन कर लियाहै जाने अनजाने में । और यह बोहत सालों की चीज़ है और कहीं न कहीं आपके घरवालों के भी यहां पर हात है। 

अब हमें यह तोह समझ में गया कि हैम सबकी लाइफ अलग है। अभी हैम यह देखते हैं कि हैम इससे क्या कर सकते हैं । 

आपको सबसे पहले कोई ऐसा चीज़ को पकड़ना है जिसको करने में आपको अच्छा लगता है । 

और फिर उस चीज़ में खुदको अच्छा बनाते जाना है।  जब तक कि आपके उस काम से किसी की जिन्देगि में कुछ अच्छा न होने लग जाये । 

और जब आपके उस काम से किसीके जिन्देगि में वैल्यू addition होने लग जाये तब आप उसमेंसे पैसे भी कमाने लग जाओगे । 

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